Budget 2025 में standard deduction in income tax ₹75,000 हुआ। जानें इसका मतलब, लाभ, eligibility और पुराना vs नया टैक्स रेजीम तुलना आसान भाषा में।
Budget 2025 में सरकार ने मिडिल क्लास को राहत देते हुए standard deduction in income tax को ₹50,000 से बढ़ाकर ₹75,000 कर दिया है। इसका असर करोड़ों नौकरीपेशा लोगों और पेंशनर्स पर पड़ेगा।

लेकिन बहुत से लोगों को अब भी समझ नहीं है कि standard deduction in income tax क्या होता है, इसे कौन क्लेम कर सकता है, यह नया और पुराना टैक्स रेजीम (Regime) में कैसे अलग है, और इससे असली फायदा किसे होगा?
इस आर्टिकल में हम इन सभी सवालों का जवाब देंगे – आसान भाषा में, उदाहरणों के साथ, और लेटेस्ट टैक्स नियमों को ध्यान में रखते हुए।
Standard Deduction in Income Tax: आसान भाषा में समझिए
Standard Deduction का मतलब है एक तय की गई राशि, जिसे आपकी सालाना इनकम से सीधे घटा दिया जाता है, ताकि आपकी टैक्सेबल इनकम कम हो जाए। यानी, टैक्स कैलकुलेट करने से पहले ही सरकार आपको यह छूट दे देती है – बिना किसी दस्तावेज़ या खर्च के प्रमाण के।
पहले यह नहीं था, अब क्यों ज़रूरी है?
साल 2005 में standard deduction को हटाया गया था, लेकिन इसे फिर से Budget 2018 में वापस लाया गया ₹40,000 की लिमिट के साथ। बाद में इसे ₹50,000 (FY 2019-20) किया गया, और अब Budget 2025 में इसे ₹75,000 कर दिया गया है।
कितना Standard Deduction मिलता है – एक नज़र में
वित्त वर्ष (FY) | Standard Deduction राशि |
---|---|
2018-19 | ₹40,000 |
2019-20 से 2024-25 तक | ₹50,000 |
2025-26 (New Regime) | ₹75,000 |
यह छूट सिर्फ नौकरीपेशा (salaried) और पेंशनर्स को ही मिलती है। अगर आप स्व-रोजगार (self-employed) हैं, तो आपको यह छूट नहीं मिलती।
New Regime vs Old Regime में Standard Deduction का फर्क
बहुत लोग ये सवाल पूछते हैं: क्या standard deduction दोनों टैक्स regimes में मिलता है?
पुराना Regime:
- यहां पर standard deduction ₹50,000 लागू रहता है।
- इसके साथ HRA, 80C, 80D जैसी कई deductions भी मिलती हैं।
नया Regime (FY 2025-26):
- अब इस regime में भी ₹75,000 का standard deduction मिल रहा है।
- इसके अलावा, कुछ fixed छूटें ही मिलती हैं (जैसे NPS और employer contribution), बाकी deductions हटा दी गई हैं।
नया Regime पहले कम लाभकारी माना जाता था, लेकिन अब ₹75,000 के standard deduction और ₹12.75 लाख तक non-taxable slab के चलते यह पहले से कहीं बेहतर हुआ है। इसके बारे में अधिक जानकारी आप आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं।
उदाहरण से समझिए – कितना टैक्स बच सकता है?
मान लीजिए आपकी सालाना सैलरी ₹10 लाख है।
बिना Standard Deduction:
- टैक्सेबल इनकम: ₹10,00,000
- टैक्स स्लैब के हिसाब से आपको ₹78,000 (लगभग) टैक्स देना पड़ सकता है।
₹75,000 Standard Deduction के बाद:
- टैक्सेबल इनकम: ₹9,25,000
- अब टैक्स करीब ₹62,500 तक आ सकता है।
- सीधी बचत: ₹15,500
यह सिर्फ एक उदाहरण है। सही गणना के लिए आप ClearTax की Income Tax Calculator का उपयोग कर सकते हैं।
कौन ले सकता है Standard Deduction?
पात्रता | क्या लागू है? |
---|---|
नौकरीपेशा कर्मचारी | ✅ हाँ |
पेंशन पाने वाले | ✅ हाँ |
स्व-रोजगार (Freelancer) | ❌ नहीं |
नया Regime (2025 से) | ✅ हाँ (₹75,000 तक) |
पुराना Regime | ✅ हाँ (₹50,000 तक) |
Old Regime vs New Regime: किसमें ज़्यादा फायदेमंद है Standard Deduction?
अब जब Budget 2025 में new regime के अंतर्गत ₹75,000 का standard deduction in income tax जोड़ा गया है, तो एक आम करदाता के लिए यह जानना ज़रूरी है कि कौन सा टैक्स रेजीम फायदेमंद रहेगा।
Old Regime की खास बातें:
- ₹50,000 का standard deduction
- Section 80C, 80D, HRA, LTA जैसी कई deductions और exemptions
- documentation ज़्यादा, लेकिन flexibility भी ज़्यादा
New Regime की खास बातें:
- ₹75,000 का standard deduction
- Limited deductions (NPS, EPF employer contribution)
- Simple slab rates और कम paperwork
तुलना: Old vs New Regime (₹10 लाख सैलरी पर)
Particulars | Old Regime (FY 2024-25) | New Regime (FY 2025-26) |
---|---|---|
Gross Salary | ₹10,00,000 | ₹10,00,000 |
Standard Deduction | ₹50,000 | ₹75,000 |
80C Investment | ₹1,50,000 | ❌ लागू नहीं |
80D (Medical Insurance) | ₹25,000 | ❌ लागू नहीं |
Net Taxable Income | ₹7,75,000 | ₹9,25,000 |
Tax Liability (approx.) | ₹54,600 | ₹62,400 |
निष्कर्ष: अगर आप ज्यादा निवेश करते हैं (80C, 80D इत्यादि में), तो पुराना रेजीम लाभदायक रहेगा। लेकिन अगर आप tax filing को आसान बनाना चाहते हैं और ज्यादा डॉक्यूमेंटेशन नहीं करना चाहते, तो new regime में ₹75,000 का standard deduction in income tax अच्छा विकल्प हो सकता है।
Step-by-Step Calculation कैसे करें?
अगर आप खुद से यह गणना करना चाहते हैं कि standard deduction आपको कितना टैक्स लाभ देगा, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
Step 1: अपनी Gross Salary का पता लगाएं
यह आपकी सालाना सैलरी होती है जिसमें basic + allowances शामिल होते हैं।
Step 2: Standard Deduction घटाएं
- Old Regime में ₹50,000
- New Regime में ₹75,000
Step 3: अन्य deductions (अगर applicable हो) को घटाएं
जैसे:
- 80C: PPF, ELSS, LIC
- 80D: Health Insurance
- HRA, LTA (केवल Old Regime)
Step 4: Net Taxable Income निकालें
= Gross Salary – Standard Deduction – Other Deductions
Step 5: टैक्स स्लैब के अनुसार Tax Calculate करें
आप टैक्स स्लैब्स के लेटेस्ट अपडेट भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं।
Standard Deduction से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- Automatic Claim: आपको standard deduction के लिए कोई अलग फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होती।
- Fixed Amount: यह खर्चों पर आधारित नहीं होता, यानी चाहे आपने कोई खर्च किया हो या नहीं – deduction मिलेगा ही।
- सिर्फ salary और pension वालों को: self-employed व्यक्तियों के लिए यह सुविधा नहीं है।
- Double Claim नहीं कर सकते: आप एक ही बार standard deduction ले सकते हैं, चाहे आपकी एक से ज़्यादा नौकरी हो।
टैक्स कम करने की योजना कैसे बनाएं?
Standard deduction तो तय है, लेकिन सही टैक्स प्लानिंग से आप और ज्यादा सेविंग कर सकते हैं। नीचे कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं:
- अगर आपकी सैलरी ₹12 लाख से ज़्यादा है और आप ज्यादा investment नहीं करते, तो new regime ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
- लेकिन अगर आप Section 80C में ₹1.5 लाख तक invest करते हैं और health insurance भी लेते हैं, तो पुराना regime ज़्यादा टैक्स बचा सकता है।
- आप Tax Planning Guide 2025 से भी विस्तार से समझ सकते हैं कि कौन सा regime आपके लिए सही रहेगा।
-
कौन ले सकता है Standard Deduction in Income Tax?
बहुत से लोगों को अब भी यह भ्रम रहता है कि standard deduction in income tax क्या सभी के लिए उपलब्ध है या नहीं। यहां हम विस्तार से बताएंगे कि यह deduction किन लोगों को मिलता है और किन्हें नहीं।
पात्रता की शर्तें:
व्यक्ति की श्रेणी | Standard Deduction लागू? |
---|---|
नौकरीपेशा कर्मचारी (Salaried) | ✅ हाँ |
पेंशन प्राप्तकर्ता | ✅ हाँ |
स्व-रोजगार (Self-employed) | ❌ नहीं |
Freelancers / Consultants | ❌ नहीं |
Agriculturist / अनौपचारिक आय | ❌ नहीं |
नोट: अगर किसी पेंशनर को employer से पेंशन मिल रही है और Form 16 मिलता है, तो वह इसे claim कर सकता है जैसे किसी salaried व्यक्ति को होता है।
क्या Standard Deduction ऑटोमैटिक मिलता है?
हां, standard deduction आपको ऑटोमैटिक रूप से मिलता है। आपको इसके लिए अलग से कोई दस्तावेज़ या प्रमाण नहीं देना होता।
ध्यान देने वाली बातें:
- यह employer द्वारा ही salary से घटाकर Form 16 में दिखाया जाता है।
- यदि आप pensioner हैं और खुद return file कर रहे हैं, तो आपको manually यह ₹50,000/₹75,000 deduction डालना होगा।
- यह deduction पूरी राशि का होता है – चाहे आपकी salary ₹3 लाख हो या ₹30 लाख।
आप अपने Form 16 के Part B सेक्शन में इसे verify कर सकते हैं। यदि employer ने गलती से नहीं जोड़ा हो, तो आप ITR भरते समय इसे manually adjust कर सकते हैं। आयकर विभाग की ITR फाइलिंग गाइड इसमें मददगार साबित हो सकती है।
क्या pensioners को भी मिलता है standard deduction?
जी हां। Budget 2018 में सरकार ने पेंशनभोगियों को भी यह लाभ देना शुरू किया था। अगर आपकी pension किसी सरकारी या निजी संस्थान से आ रही है और वह taxable income के रूप में treat की जाती है, तो आप भी इसका लाभ उठा सकते हैं।
उदाहरण:
श्री शर्मा एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी हैं और उन्हें सालाना ₹6 लाख पेंशन मिलती है।
- Gross Pension: ₹6,00,000
- Standard Deduction: ₹50,000 (Old Regime)
- Net Taxable Pension: ₹5,50,000
इस deduction के चलते उनका taxable income घटता है, जिससे उन्हें 87A rebate के अंतर्गत शून्य टैक्स देना पड़ सकता है। पेंशनर्स यहां से ऑनलाइन कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके खुद आंकलन कर सकते हैं।
क्या standard deduction अन्य deductions के साथ भी मिलता है?
बहुत लोगों को लगता है कि standard deduction और 80C / 80D जैसी deductions में से कोई एक ही मिलती है, जो गलतफहमी है।
Deduction Type | साथ में Claim किया जा सकता है? |
---|---|
Standard Deduction | ✅ हाँ |
Section 80C | ✅ हाँ |
Section 80D | ✅ हाँ |
HRA, LTA (Old Regime) | ✅ हाँ |
NPS Employer Contribution (New Regime) | ✅ हाँ |
यानि कि standard deduction in income tax सिर्फ एक बेसिक छूट है। इसके साथ आप बाकी सभी योग्य छूटें भी क्लेम कर सकते हैं, बस उस टैक्स रेजीम में allowed होनी चाहिए।
क्या एक ही साल में दो नौकरियों में standard deduction दो बार मिलेगा?
नहीं। चाहे आपने एक साल में दो अलग-अलग संस्थानों में काम किया हो, standard deduction सिर्फ एक बार ₹50,000 (Old Regime) या ₹75,000 (New Regime) ही मिलेगा। यह total salary income पर लागू होता है, न कि employer की संख्या पर।
प्रमुख बिंदु:
- अगर आपको दो employers ने Form 16 दिया है, तो उन्हें merge करके ITR में कुल income डालें
- deduction तब भी केवल एक बार मिलेगा
- किसी प्रकार की दोहरी claim से बचें वरना scrutiny का खतरा होता है
क्या यह deduction हर financial year में बदल सकता है?
हाँ, यह पूरी तरह से सरकार की discretion पर होता है।
Budget 2018 में ₹40,000, फिर Budget 2019 में ₹50,000, और अब Budget 2025 में ₹75,000 कर दिया गया है।
आने वाले वर्षों में यह और बढ़ सकता है, खासकर अगर महंगाई दर में बढ़ोतरी होती है।
आपको हर साल Budget Speech और Finance Bill को ध्यान से पढ़ना चाहिए। भारत सरकार की बजट पोर्टल इस उद्देश्य के लिए सबसे प्रामाणिक स्रोत है।
Standard Deduction in Income Tax – सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
standard deduction in income tax को लेकर हर साल लाखों लोगों को कंफ्यूजन रहता है, खासकर तब जब नया बजट पेश होता है या टैक्स रेजीम में बदलाव होता है। नीचे कुछ सबसे आम सवालों के उत्तर दिए गए हैं:
1. क्या मैं standard deduction और HRA दोनों ले सकता हूँ?
हाँ, आप Old Regime में दोनों deductions ले सकते हैं। Standard deduction ₹50,000 तक मिलेगा और अगर आप किराए के मकान में रहते हैं, तो HRA exemption भी अलग से मिल सकता है। लेकिन ध्यान दें कि New Regime में HRA छूट नहीं मिलती, सिर्फ standard deduction (₹75,000) ही मिलेगा।
2. क्या freelancers या business owners को भी standard deduction मिलता है?
नहीं। यह सिर्फ salary और pension income पर लागू होता है। Self-employed या business income पर standard deduction लागू नहीं होता। हां, self-employed व्यक्तियों को presumptive taxation schemes (44ADA, 44AE आदि) के तहत कुछ standard expense allowances मिलते हैं, लेकिन वो अलग धाराएं होती हैं।
3. क्या मुझे इसे manually ITR में भरना पड़ता है?
- यदि आपने Form 16 के जरिए employer से salary ली है, तो generally standard deduction पहले से शामिल होता है।
- अगर आप pensioner हैं और employer नहीं है, तो ITR filing के समय आपको ₹50,000 या ₹75,000 (जो भी applicable हो) खुद भरना होता है।
आप चाहें तो ITR 1 Sahaj फॉर्म गाइड पर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
4. क्या standard deduction के साथ rebate under section 87A भी मिलती है?
हाँ, दोनों एक साथ मिल सकती हैं। उदाहरण के लिए:
- अगर आपकी Gross Salary ₹7,00,000 है और आप New Regime के अंतर्गत हैं
- तो ₹75,000 standard deduction के बाद आपकी Taxable Income ₹6,25,000 रह जाएगी
- और 87A के तहत आपको ₹25,000 तक की टैक्स छूट भी मिलेगी
इससे आपका final tax liability शून्य तक जा सकता है।
5. क्या Senior Citizens के लिए कोई अलग नियम है?
Senior Citizens को भी वही standard deduction मिलता है जो अन्य पेंशनर्स को मिलता है – ₹50,000 (Old Regime), ₹75,000 (New Regime)।
इसके अलावा, उन्हें 80D में ₹50,000 तक health insurance का benefit और कुछ अतिरिक्त interest exemptions भी मिलते हैं।
State Bank of India जैसी संस्थाएं Senior Citizens के लिए स्पेशल स्कीम्स भी ऑफर करती हैं।
6. क्या standard deduction हर महीने के हिसाब से मिलता है?
नहीं। यह annual deduction होता है। भले ही आपने पूरे साल काम किया हो या 6 महीने, आप पूरे ₹50,000 या ₹75,000 का benefit ले सकते हैं – proportional calculation नहीं होती।
Tax बचाने के लिए Practical Tips (2025 Edition)
Standard deduction in income tax सिर्फ एक हिस्सा है आपकी पूरी टैक्स प्लानिंग का। अगर आप smart तरीके से अपने income और investments को plan करें, तो आप ज्यादा से ज्यादा बचत कर सकते हैं।
1. Regime Comparison जरूर करें
हर साल अपनी income और deductions को analyze करें और देखें कि Old Regime आपके लिए बेहतर है या New Regime।
Old Regime उन लोगों के लिए बेहतर होता है जो multiple deductions लेते हैं (80C, 80D, HRA आदि)। वहीं New Regime उनके लिए बेहतर है जो ज़्यादा documents maintain नहीं करना चाहते।
2. सही Salary Structure बनवाएं
अगर आपकी salary structure में allowances ज्यादा हैं और basic कम है, तो standard deduction के साथ-साथ HRA, LTA जैसे फायदे भी लिए जा सकते हैं। Employers को request करें कि salary breakup tax-efficient बनाया जाए।
3. Investment Planning
Standard deduction के बाद जो बचा हुआ taxable income है, उस पर भी planning की जरूरत है।
- 80C में PPF, ELSS, LIC, tuition fees
- 80D में Health Insurance
- 80CCD(1B) में NPS contribution
इन सभी को सही से use करें ताकि Old Regime में full benefit लिया जा सके।
4. Tools और Calculators का उपयोग करें
Income tax planning के लिए online calculators बहुत मदद करते हैं।
आप Tax Calculator by BankBazaar या ClearTax का Advanced Calculator इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि आप तुरंत देख सकें कि कौन सा regime आपके लिए बेहतर है।
निष्कर्ष: Standard Deduction in Income Tax से जुड़ी आपकी पूरी गाइड
आज के समय में, जब हर नौकरीपेशा व्यक्ति अपने टैक्स को लेकर जागरूक होता जा रहा है, ऐसे में standard deduction in income tax एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Budget 2025 में इसे ₹75,000 तक बढ़ाना सीधे तौर पर salaried और pensioners को राहत देने का कदम है।
इस deduction से आप अपनी taxable income को घटा सकते हैं, चाहे आप Old Regime चुनें या New Regime। फर्क बस इतना है कि Old Regime में यह ₹50,000 है और New Regime में अब ₹75,000 तक कर दिया गया है।
Quick Takeaways
विषय | विवरण |
---|---|
Applicability | Salaried employees और pensioners को |
Regime wise Amount | ₹50,000 (Old), ₹75,000 (New) |
Claim का तरीका | Auto (Employer) या ITR Filing में |
कौन Claim नहीं कर सकता | Freelancers, self-employed |
Budget 2025 Update | New Regime में बढ़ा हुआ deduction लागू |
Action Steps – अभी करें ये 3 ज़रूरी काम:
- अपनी Tax Regime को Analyze करें:
कौन सा regime आपके लिए ज्यादा फायदेमंद है, ये जानने के लिए अपने income, deductions और goals का विश्लेषण करें। आप MyGov Tax Calculator Tool का उपयोग कर सकते हैं। - ITR File करते समय ध्यान रखें:
अगर आप pensioner हैं या employer ने deduction show नहीं किया है, तो ITR में ₹50,000 या ₹75,000 की छूट manually जरूर जोड़ें। ITR filing प्रक्रिया समझने के लिए Income Tax Department की गाइड पढ़ें। - टैक्स प्लानिंग शुरू करें अभी से:
Investment proof, deductions की eligibility, और employer से communication – यह सब आपको फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत में ही करना चाहिए ताकि आप पूरे साल बेहतर tax efficiency में रहें।
FAQ
Standard Deduction in Income Tax क्या होता है?
यह एक तय राशि होती है जिसे आपकी कुल सैलरी या पेंशन से घटाया जाता है ताकि आपकी टैक्स योग्य आय कम हो सके।
2025 में standard deduction की नई लिमिट क्या है?
Budget 2025 के अनुसार, New Regime में standard deduction ₹75,000 और Old Regime में ₹50,000 है।
क्या freelancers को standard deduction मिलता है?
नहीं, यह deduction केवल salaried employees और pensioners के लिए है।
क्या मैं HRA और standard deduction दोनों ले सकता हूँ?
हाँ, Old Regime में आप HRA और ₹50,000 standard deduction दोनों ले सकते हैं।
Standard deduction ITR में manually भरना पड़ता है?
अगर employer ने already Form 16 में नहीं जोड़ा है, तो आपको ITR में खुद ₹50,000 या ₹75,000 भरना होगा।
क्या पेंशनर्स को भी standard deduction मिलता है?
हाँ, pension लेने वाले भी यह deduction claim कर सकते हैं यदि पेंशन taxable है।
Standard deduction एक साल में कितनी बार लिया जा सकता है?
यह साल में केवल एक बार मिलता है, भले ही आपने एक से ज़्यादा नौकरी की हो।